PM Vishwakarma Training Center List 2025: भारत की पारंपरिक कारीगरी और शिल्पकला को फिर से सशक्त करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 देशभर के कारीगरों के लिए एक नई उम्मीद बनकर सामने आई है। इस योजना के जरिए सरकार न केवल पारंपरिक पेशों को पहचान दे रही है, बल्कि शिल्पकारों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर भी बना रही है। योजना के तहत देशभर में हज़ारों प्रशिक्षण केंद्र शुरू किए गए हैं, जहां कारीगरों को तकनीकी प्रशिक्षण के साथ-साथ आर्थिक सहयोग भी मिल रहा है।
इस योजना से जुड़ने के लिए सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आपके जिले या राज्य में प्रशिक्षण केंद्र कहां स्थित हैं। इसके लिए केंद्र सरकार ने एक ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की है, जहां से PM Vishwakarma Training Center List 2025 को देखा जा सकता है। इस सूची की मदद से आप अपने क्षेत्र में मौजूद ट्रेनिंग सेंटर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आगे की प्रक्रिया के लिए आवेदन कर सकते हैं।
PM Vishwakarma Training Center List 2025: क्यों है यह जानकारी जरूरी?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में भाग लेने के लिए यह जानना जरूरी है कि आपके आसपास कौन-कौन से प्रशिक्षण केंद्र कार्यरत हैं। PM Vishwakarma Training Center List 2025 के माध्यम से देशभर के 31 राज्यों और 520 जिलों में फैले 3,700 से ज्यादा प्रशिक्षण केंद्रों की जानकारी मिलती है। यह लिस्ट आपको यह तय करने में मदद करती है कि प्रशिक्षण कहां से लेना है, किन तारीखों में बैच शुरू हो रहा है और आपके लिए कौन सा सेंटर सबसे नजदीक है।
सरकार की यह पहल पारदर्शिता और सुगमता के दृष्टिकोण से बेहद उपयोगी है। इससे न केवल आवेदनकर्ता को सही जानकारी मिलती है बल्कि योजना का लाभ समय पर और सही व्यक्ति तक पहुंचता है।
क्या है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 का उद्देश्य?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक हस्तकला और शिल्प को पुनर्जीवित करना है। इसमें बढ़ई, सुनार, दर्जी, लोहार, नाव निर्माता, धोबी, मछली जाल निर्माता, खिलौना बनाने वाले और अन्य 18 पारंपरिक पेशों से जुड़े कारीगरों को शामिल किया गया है। योजना के अंतर्गत इन कारीगरों को बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे वे अपने व्यवसाय को नई तकनीक और ट्रेंड के साथ जोड़ सकें।
इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभों में तकनीकी प्रशिक्षण, ₹15,000 तक की टूलकिट सहायता, ₹3 लाख तक का रियायती लोन (सिर्फ 5% ब्याज दर पर), डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन और ₹500 प्रतिदिन का प्रशिक्षण भत्ता शामिल है। इससे न केवल कारीगरों को नई जानकारी मिलती है, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
राज्यवार प्रशिक्षण केंद्रों की संख्या
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत अब तक देशभर में 3,715 प्रशिक्षण केंद्र शुरू किए जा चुके हैं। इनमें से कुछ प्रमुख राज्यों में प्रशिक्षण केंद्रों की स्थिति इस प्रकार है:
- कर्नाटक: 1,287 ट्रेनिंग सेंटर
- महाराष्ट्र: 816 ट्रेनिंग सेंटर
- राजस्थान: 712 ट्रेनिंग सेंटर
- मध्य प्रदेश: 661 ट्रेनिंग सेंटर
- उत्तर प्रदेश: 653 ट्रेनिंग सेंटर
- गुजरात: 572 ट्रेनिंग सेंटर
- असम: 437 ट्रेनिंग सेंटर
- जम्मू-कश्मीर: 412 ट्रेनिंग सेंटर
यह आंकड़े यह दर्शाते हैं कि सरकार ने हर राज्य में विशेष ध्यान देकर केंद्रों का विस्तार किया है, ताकि हर योग्य व्यक्ति को प्रशिक्षण का अवसर मिल सके।
कैसे देखें PM Vishwakarma Training Center List 2025?
यदि आप यह जानना चाहते हैं कि आपके जिले में ट्रेनिंग सेंटर कहां-कहां हैं, तो इसके लिए आपको निम्नलिखित आसान स्टेप्स का पालन करना होगा:
- सबसे पहले प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होम पेज पर ‘Dashboard’ विकल्प पर क्लिक करें।
- उसके बाद ‘Training Center’ ऑप्शन को चुनें।
- अब अपने राज्य और जिले का चयन करें।
- स्क्रीन पर आपके जिले में मौजूद सभी ट्रेनिंग सेंटर्स की लिस्ट आ जाएगी।
इस लिस्ट में सेंटर का नाम, पता, संपर्क नंबर, ट्रेनिंग प्रोवाइडर का नाम और कोर्स की जानकारी दी जाती है, जिससे आपको ट्रेनिंग के लिए पूरी तैयारी करने में आसानी होगी।
किन्हें मिलेगा योजना का लाभ?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ उन सभी पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को मिलेगा, जो लंबे समय से अपने पारंपरिक व्यवसाय में कार्यरत हैं और उसे आगे बढ़ाने की इच्छा रखते हैं। योजना में शामिल कुछ ट्रेड्स निम्नलिखित हैं:
- बढ़ई (Carpenter)
- नाव निर्माता (Boat Maker)
- सुनार (Goldsmith)
- लोहार (Blacksmith)
- धोबी (Washerman)
- दर्जी (Tailor)
- खिलौना निर्माता (Toy Maker)
- मछली जाल निर्माता (Fishing Net Maker)
इन सभी ट्रेड्स में कार्यरत व्यक्ति अगर भारत के नागरिक हैं, उनके पास बैंक खाता और आधार कार्ड है, तो वे इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
योजना के लाभ: आत्मनिर्भरता की दिशा में एक कदम
- प्रशिक्षण के साथ स्टाइपेंड: हर कारीगर को बेसिक (5-7 दिन) और एडवांस (15+ दिन) ट्रेनिंग के लिए ₹500 प्रतिदिन की दर से भत्ता मिलता है।
- उपकरणों के लिए सहायता: ₹15,000 तक का टूलकिट ई-वाउचर के रूप में दिया जाता है।
- लोन सुविधा: ₹3 लाख तक का कर्ज सिर्फ 5% सालाना ब्याज दर पर उपलब्ध है।
- डिजिटल इंडिया से जुड़ाव: डिजिटल पेमेंट करने पर ₹1 प्रति ट्रांजैक्शन का प्रोत्साहन दिया जाता है।
ये सभी लाभ कारीगरों को उनके व्यवसाय को और बेहतर ढंग से संचालित करने में मदद करते हैं।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 उन पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक बड़ी सौगात है, जो अपने व्यवसाय को नया रूप देना चाहते हैं। अगर आप भी इस योजना से जुड़ना चाहते हैं, तो सबसे पहले PM Vishwakarma Training Center List 2025 में अपने जिले का नाम जरूर जांचें। सही जानकारी और समय पर आवेदन से आप अपने हुनर को एक नई पहचान दिला सकते हैं। यह योजना न केवल आपके रोजगार को मजबूती देगी, बल्कि भारत के समृद्ध शिल्प परंपरा को भी एक नया जीवन देगी।